राजस्थान सामान्य ज्ञान : उद्योग

राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं विनियोजन निगम लिमिटेड (रीको)

  • राजस्थान राज्य औद्योगिक विकास एवं विनियोजन निगम लिमिटेड (रीको), राज्य के औद्योगिक विकास को गति देने वाली शीर्ष संस्था है। रीको का मुख्य उद्देश्य राजस्थान को योजनाबद्ध तीव्र औद्योगिक विकास करना है।
  • रीको की स्थापना :- जनवरी 1980 में।
  • कार्य :- औद्योगिक व्यापार एवं विनियोजन संवर्द्धन का कार्य।
  • मर्चेन्ट बैंकर के रूप में कार्य करना।
  • रीको राज्य में औद्योगिक विकास हेतु लघु, मध्यम एंव वृहद् श्रेणी की इकाईयों के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करता है।
  • राजस्थान में यह लघु, मध्यम, एवं वृहद् श्रेणी की इकाईयें को छूट एवं लाभ वृद्धि भी प्रदान करता है। साथ ही उद्यमियों को तकनीकी तथा प्रबंधकीय सेवाएं भी प्रदान करता है।

रीको द्वारा विकसित विशेष पार्क

जापानी पार्क

  • रीको द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर जापानी संस्थान जेट्रो के साथ  एम.ओ.यू हस्ताक्षरित किया गया है, जिसके तहत जेट्रो के सहयोग से राजस्थान के अलवर जिले के नीमराना औद्योगिक क्षेत्र में जापानी इकाईयों स्थापित की जानी प्रस्तावित है। विभिन्न बहुराष्ट्रीय जापानी कंपनियों यथा- निसीन, मित्सुई, डाइकिन, मित्सुबिशी, एवं डाइनिची कलर आदि ने इस औद्योगिक क्षेत्र में इकाई स्थापित  करने  के लिए पहले जमीन आवंटित कर दी गई है।
  • आवंटित भूमि पर लगभग रु. 4,226 करोड़ के निवेश प्रस्तावित हैं व लगभग 9,600 व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर  उपलब्ध  हो सकेंगे।

कोरियन निवेश क्षेत्र

  • रीको ने कोरिया ट्रेड इनवेस्टमेंट प्रमोशन एजेन्सी के साथ एक एम.ओ.यू हस्ताक्षरित किया है। इस एम.ओ.यू के अनुसरण में घिलोठ औद्योगिक क्षेत्र, अलवर में एक कोरियन निवेश क्षेत्र स्थापित किया गया है।

औद्योगिक विकास हेतु किये गए प्रयास

  • महिन्द्रा गुप, रीको के साथ मिलकर जयपुर में विशेष आर्थिक जोन (सेज) की स्थापना कर रहा है, जिसमें रु. 10,000 करोड़ का निवेश किया जाना है।
  • इस विशेष आर्थिक जोन में विभिन्न क्षेत्रों की औद्योगिक इकाईयों के लिए जोन स्थापित किए जाएंगे। वर्तमान में राज्य में आई.टी., इंजीनियरिंग, हस्तशिल्प सेज स्थापित किए जा चुके है।
  • जेम्स एंड ज्वेलरी सेज और आई.टी (द्वितीय चरण) सेज भी भारत सरकार द्वारा अधिसूचित किए गए है।
  • रीको द्वारा जेम्स एंड ज्वेलरी आधारित दो विशेष आर्थिक क्षेत्र सीतापुरा, जयपुर  में स्थापित किए गए हैं। वित्तीय वर्ष 2016-17 में दिसंबर, 2016 तक रु. 698.11 करोड़ का निर्यात हुआ है एवं लगभग 11,000 व्यक्तियों को रोजगार सृजित हुआ है।
  • राजस्थान में सिरेमिक एवं कांच उद्योग में उपयोग में आने वाला कच्चा माल प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। अतः इस उद्योग को त्वरित गति से विकसित करने की दृष्टि कसे रीको द्वारा नीमराना के पास घिलोठ ग्लास एवं सिरेमिक इकाईयों के लिए भूमि आवंटित की गई है।
  • रीको द्वारा अजमेर जिले के सथाना में  सिरेमिक  एवं ग्लास  हेतु विशेष औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की गई है।
  • “वस्त्र-अन्तर्राष्ट्रीय स्तरीय टेक्सटाइल उद्योग मेला 2016“ (वस्त्र-2016) रीको द्वारा फिक्की के सहयोग से जयपुर में 20-23 अक्टूबर 2016 तक आयोजित किया गया।

राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड (राजसीको)

  • राजस्थान लघु उद्योग निगम लिमिटेड की स्थापना राज्य की लघु औद्योगिक इकाईयों एवं हस्तशिल्पियों को सहायता, प्रोत्साहन देने एवं उनके द्वारा उत्पादित वस्तुओं के समुचित विपणन की सुविधा प्रदान करने की दृष्टि से जून 1961 को की गयी।
  • इसका प्रमुख उद्देश्य लाभ को अधिकाधिक बढ़ाने हेतु समय के परिवर्तन के साथ अपने उत्पादों में परिवर्तन करना, नये-नये डिजाइन एवं तकनीक का सम्मिश्रण करना, व्यवसायिक मांग के अनुकूल उत्पादों को बाजार में उपलब्ध करवाना एवं इसके साथ ही कल्याणकारी संस्थान होने के नाते हस्तशिल्पियों के हितों को दृष्टिगत रखते हुए उनके कल्याण हेतु सीधा लाभ देने वाले कार्यक्रमों को संचालित करना है।
  • निगम द्वारा प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से लगभग 10,000 व्यक्तियों को रोजगार उपलब्ध करवाया जा रहा है।
  • निगम राजस्थान के निर्यातकों/आयातकों को शुष्क बंदरगाह (इनलैण्ड कन्टेनर डिपो) के माध्यम  से, जो कि जयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा व भिवाड़ी में स्थित है, निर्यात की बुनियादी सेवाएं उपलब्ध करा रहा है।
  • वर्तमान में केवल आयात/निर्यात की सुविधाएं इनलैण्ड कंटेनर डिपो (आई.सी.डी) जोधपुर एवं जयपुर के माध्यम से ही प्रदान की जा रही है।
  • राजसिको का वर्ष 2016 में टर्न ओवर (दिसंबर 2016 तक) – 68.94 करोड़ रहा है।
  • यह ट्राइबल प्रशिक्षण केन्द्र संचालित कर रहा है।
  • राजस्थली एम्पोरियम का संचालन।
  • गलीचा प्रशिक्षण केन्द्रों का संचालन।

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