राजस्थान सामान्य ज्ञान : उद्योग

कागज उद्योग

  • राज्य के उदयपुर, बाँसवाड़ा तथा चित्तौड़गढ़ जिलों में बाँस की प्रचुरता के कारण कागज उद्योग पनप सकता है।
  • राज्य में कागज बनाने का पहला कारखाना सांगानेर (जयपुर) में महाराजा मानसिंह प्रथम द्वारा लगाया गया था।
  • घोसुण्डा (चित्तौड़गढ़) तथा साँगानेर (जयपुर) में हाथ से कागज बनाया जाता है।
  • ‘कुमारप्पा राष्ट्रीय हस्तनिर्मित कागज विकास संस्थान’ साँगानेर जयपुर में स्थित है।

काँच उद्योग

  • राज्य के जयपुर, बीकानेर, बूँदी तथा धौलपुर आदि जिलों में उत्तम श्रेणी के काँच, बालू के पत्थर पाए जाते है।
  • राज्य में काँच उद्योग मुख्यतः धौलपुर में केन्द्रित है क्योंकि यहाँ श्रेष्ठ किस्म की बालू तथा आगरा से कुशल कारीगरों की पर्याप्त उपलब्धता है।
  • नया कारखाना कहरानी (अलवर) में लगाया जा रहा है।
  • काँच उद्योग के लिए कच्चे माल के रूप में मुख्यतः क्वार्ट्ज एवं काँच मिट्टी की आवश्यकता होती है।
  • राज्य में धौलपुर ग्लास वर्क्स की स्थापना निजी क्षेत्र के काँच की बोतलें बनाने हेतु की गई।

(i) दी हाई टैक प्रिसिजन ग्लास वर्क्स, धौलपुर

(ii) धौलपुर ग्लास वर्क्स, धौलपुर

(iii) सैम्कोर ग्लासेज लि., नया नोहरा, कोटा (टी.वी. ग्लास का उत्पादन)

(iv) सेंट गोबेन फ्रांसीसी कम्पनी का नया कारखाना कहरानी, भिवाड़ी में खोला गया।

एशिया का सबसे बड़ा फ्लोट ग्लास संयंत्र :- भिवाड़ी (अलवर) में।

सीमेन्ट उद्योग :

  • सीमेन्ट उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान का देश में अग्रणी स्थान है। देश में सर्वप्रथम 1904 में चैन्नई में सीमेन्ट बनाने का प्रयास किया गया था।
  • 1915 ई. में राजस्थान में लाखेरी (बून्दी) में क्लीक निकसन कम्पनी द्वारा सर्वप्रथम सीमेन्ट सेंटर स्थापित किया गया। 1917 में इस कारखाने से सीमेन्ट का उत्पादन प्रारम्भ हुआ।
  • सर्वाधिक उत्पादन की दृष्टि से जे.के. सीमेन्ट (निम्बाहेड़ा) तथा कम उत्पादन की दृष्टि से श्रीराम सीमेन्ट (कोटा) है।
  • राजस्थान में सफेद सीमेन्ट का उत्पादन गोटन (नागौर) तथा जोधपुर के खारिया खंगार में होता है।
  • चित्तौड़गढ़ में भांवलिया में फ्रांसीसी कम्पनी लाफार्जे ने नया सीमेन्ट कारखाना शुरू किया गया है।
  • वर्तमान में राज्य में सीमेंट उद्योग के प्रमुख केन्द्र लाखेरी (बूँदी), निम्बाहेड़ा (चित्तौड़गढ़), ब्यावर (अजमेर), रास एवं राबड़ियावास (पाली), मोडक एवं श्रीरामनगर(कोटा), बनास एवं पिण्डवाड़ा (सिरोही), गोटन (नागौर), खारिया खंगार (जोधपुर) एवं उदयपुर हैं।
  • सर्वाधिक उत्पादन :- चित्तौड़गढ़ जिले में।
  • सीमेन्ट का कच्चा माल :- जिप्सम व लाइम स्टोन।

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