राजस्थान सामान्य ज्ञान : पर्यटन एवं पर्यटन स्थल – 1

भरतपुर के प्रमुख पर्यटन स्थल

(a)  केवलादेव पक्षी अभ्यारण्य –

  • भरतपुर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित केवलादेव पक्षी अभ्यारण्य देशी-विदेशी पक्षियों के लिए शरणस्थली है।
  • यह स्थल पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग माना जाता है।

(b) डीग –

  • भरतपुर में जलमहलों की नगरी के रूप में प्राकृतिक बगीचों का दुर्ग “डीग’ स्थित है।
  • डीग के प्रमुख स्थलों में पूरण महल, सूरजभवन व गोपाल भवन प्रमुख हैं।

(c)  जवाहर बुर्ज –

  • महाराजा जवाहर सिंह द्वारा देहली के ऊपर विजय के उपलक्ष में 1764 ई. मंे इसका निर्माण करवाया गया था।

(d) रूपवास –

  • यह भरतपुर में स्थित एक कस्बा है, जिसके निकट ऐतिहासिक युद्ध स्थान “खानवा का मैदान’ है।
  • यहाँ पर गुप्तकालीन चक्रधर द्विभुजी विष्णु तथा सर्पफणां  बलराम रेवती की विशाल प्रतिमाएँ हैं।
  1. बीकानेर
  • इस नगर की स्थापना राठौड़ वंश के राव बीकाजी ने 1488 ई. में की थी।
  • बीकानेर नगर परकोटे से घिरा हुआ है, जिसमें प्रवेश के लिए 5 द्वार हैं और उनमें कोट गेट सबसे विशाल है।

बीकानेर के प्रमुख पर्यटन स्थल

(a)  बीकानेर दुर्ग एवं महल –

  • बीकानेर किले का निर्माण राजा रायसिंह द्वारा करवाया गया है।
  • इस किले का मुख्य प्रवेश द्वार सूरजपोल है।
  • इसमें अनेक महल स्थित हैं, जिसमें चंद्रमहल व कर्णमहल प्रमुख हैं।

(b) लाल गढ़ –

  • लाल पत्थरों से निर्मित यह महल खुदाई कला का उत्कृष्ट नमूना है।

(c)  गजनेर महल –

  • यह एक मरु उद्यान के रूप में मरुस्थल में हरियाली का बोध करवाता है।
  • यह स्थान झील के किनारे बना हुआ है।

(d) करणी माता का मंदिर –

  • बीकानेर के देशनाेक गाँव में करणी माता का मंदिर स्थित है, जिसमें हज़ारों पवित्र चूहे हैं।
  • बीकानेर के राजवंश करणी माता के प्रमुख भक्त हैं।

(e)  कोलायत –

  • मान्यतानुसार यह स्थल कपिल मुनि की तपोस्थली था।
  1. बूँदी
  • बूँदी राज्य की स्थापना 1342 ई. में हाड़ा वंश के राव देवा ने की थी।
  • यहाँ स्थित नवलक्खा तालाब इसे आकर्षक बनाता है।

बूँदी के प्रमुख पर्यटन स्थल

(a)  बूँदी का गढ़ –

  • इसकी स्थापना 17वीं शताब्दी में हुई थी।
  • कर्नल जेम्स टॉड ने इसे समस्त रजवाड़ाें के गढ़ों में सर्वोत्कृष्ट माना।
  • इस गढ़ में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण छत्र महल हैं, जिसे राजा छत्रसाल ने 1531 ई. में बनवाया था।

(b)बूँदी के अन्य दर्शनीय पर्यटन स्थल

  • चौरासी खंभों की छतरी, सूरज छतरी, फूल सागर, नवल सागर, जैत सागर आदि।
  1. जयपुर
  • राजस्थान की राजधानी जयपुर (गुलाबी नगर) की नींव 25 नवम्बर, 1727 ई. को तत्कालीन महाराजा सवाई जयसिंह द्वारा रखी गई थी।
  • इसका नगर नियोजन विद्याधर भट्‌टाचार्य ने किया था।
  • नगर की बनावट आयताकार है।
  • पुराने शहर के चारों ओर 8 प्रवेश द्वार हैं, जो हैं – सांगानेरी गेट, घाट गेट व न्यू गेट, उत्तर में ध्रुव गेट, दक्षिण में अजमेरी गेट, पूर्व में सूरज पोल गेट व पश्चिम में चाँदपोल गेट।

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