डेयरी विकास
– राजस्थान में दुग्ध उत्पादन :- 18.5 मिलियन टन (देश का 11.9%)
– भारत के सर्वाधिक दुग्ध उत्पादक राज्य :- (1) उत्तर प्रदेश, (2) राजस्थान, (3) गुजरात, (4) मध्य प्रदेश
– राजस्थान में 2015-16 में प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता :- 704 ग्राम प्रतिदिन।
– प्रदेश के दुग्ध उत्पादक जिले :- (1) जयपुर, (2) श्रीगंगानगर, (3) अलवर
– प्रदेश में न्यूनतम दुग्ध उत्पादन बाँसवाड़ा में होता है।
– राज्य का एकमात्र डेयरी व फुड साइंस महाविद्यालय उदयपुर में है।
– राष्ट्रीय दुग्ध दिवस :- 26 नवम्बर।
– राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान केन्द्र :- करनाल (हरियाणा में)।
– राजस्थान का पहला आइसक्रीम प्लान्ट :- भीलवाड़ा में (2015 में)।
– सहकारी डेयरी फैडरेशन (RCDF) :- 1977 में स्थापित।
– पद्मा डेयरी :- अजमेर स्थित राजस्थान की सबसे पुरानी डेयरी।
– ऊंटनी के दूध में विटामिन C की मात्रा अधिक होती है।
– राज सरस सुरक्षा कवच बीमा योजना :- 1 जनवरी, 2017
– मुख्यमंत्री दुग्ध उत्पादक संबल योजना :- बजट 2019-20 में घोषणा।
1 फरवरी, 2019 से योजना शुरू हुई जिसमें सहकारी संघों की दुग्ध समितियों को दूध की आपूर्ति करने वाले 5 लाख पशुपालकों को 2 रुपये प्रति लीटर का अनुदान देने की योजना है।
– राजस्थान ऊँट (वध का प्रतिषेध और अस्थायी प्रवजन या निर्यात का विनियमन) अधिनियम 2015 :- 23 मार्च, 2015
– भारत की पहली कैमल मिल्क डेयरी :- जोहड़बीड़ (बीकानेर)
– अविका कवच बीमा योजना :- भेड़ पालकों के लिए। इसके तहत SC/ST/BPL किसानों द्वारा भेड़ों का बीमा करवाने पर प्रीमियम राशि का 80% तथा अन्य वर्ग के पशुपालकों के लिए 70% प्रीमियम व्यय सरकार द्वारा किया जायेगा।