राजस्थान सामान्य ज्ञान : धातु और अधातु

भारी जल (D2O)

(i) न्युक्लियर प्रतिक्रियाओं मे

(ii) ड्यूटरेटेड यौगिक के निर्माण में।

हाइड्रोक्लोरिक अम्ल (HCl)

(i) क्लोरीन बनाने में

(ii) अम्लराज बनाने में

(iii) रंग बनाने में

(iv) क्लोराइड लवण के निर्माण में (H2S)

हाइड्रोजन सल्फाइड (H2S)

(i) सल्फाइड के निर्माण में

(ii) लवणों के भास्मिक मूलकों के गुणात्मक विश्लेषण में।

सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4)

(i) स्टोरेज बैटरी में

(ii) प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में

(iii) रंग उत्पादन में

(iv) पेट्रोलियम के शुद्धिकरण में

सल्फर डाईऑक्साइड (SO2)

(i) अवकारक रूप में

(ii) ऑक्सीकारक के रूप में

(iii) विरंजक के रूप में

अमोनिया (NH3)

(i) आइस फैक्ट्री में

(ii) प्रतिकारक के रूप में

(iii) रेयॉन बनाने में

नाइट्स ऑक्साइड (N2O)

(i) शल्य चिकित्सा में। (हास्य गैस)

प्रोड्यूसर गैस (CO + N2)

(i) भट्टी गर्म करने में

(ii) सस्ते इऔधन के रूप में

(iii) धातु निष्कर्षण में

वाटर गैस (CO + H2)

(i) वैल्डिंग के कार्य में

(ii) ईंधन के रूप में

कोल्ड गैस

(i) ईंधन के रूप में

(ii) निष्क्रिय वातावरण तैयार करने में

कार्बन डाई ऑक्साइड (CO2)

(i) आग बुझाने में

(ii) सोडा वाटर बनाने में

कार्बन मोनो ऑक्साइड (CO)

(i) COCl2 बनाने में

(ii) जल गैस बनाने में

फिटकरी (K2SO4Al2(SO4)3.24H2O)

(i) जल को शुद्ध करने में

(ii) औषधि निर्माण में

(iii) चमड़े के उद्योग व कपड़ों की रंगाई में।

एल्युमिनियम सल्फेट (Al2(SO4)3.18H2O)

(i) आग बुझाने में

(ii) कागज उद्योग में, कपड़ों की छपाई में

जिंक (Zn)

(i) बैटरी बनाने में

(ii) हाइड्रोजन बनाने में

जिंक ऑक्साइड (ZnO)

(i) मलहम बनाने में

(ii) पोरसेलिन में चमक लाने में

जिंक सल्फाइड (ZnS)

(i) श्वेत पिगमेंट के रूप में

जिंक क्लोराइड (ZnCl2)

(i) टेक्सटाइल उद्योग में

(ii) कार्बनिक संश्लेषण में

(iii) ताम्र, कांच आदि की सतहों को जोड़ने में

जिंक सल्फेट (ZnSO4.7H2O)

(i) लिथेपेन के निर्माण में

(ii) आँखों के लिए लोशन बनाने में

(iii) चर्म उद्योग में

फेरस ऑक्साइड (FeO)

(i) हरा काँच बनाने में

(ii) फेरस लवणों के निर्माण में

फेरस सल्फेट (FeSO4.7H2O)

(i) रंग उद्योग में

(ii) मोहर लवण बनाने में

(iii) स्याही बनाने में

फेरिक ऑक्साइड (Fe2.O4)

(i) जेवरात पॉलिस करने में

(ii) फेरिक लवणों के निर्माण में

फेरिक हाइड्रॉक्साइड (Fe(OH)3)

(i) प्रयोगशाला में प्रतिकारक के रूप में

(ii) दवा बनाने में

(iii) हीरा-काँच काटने में, आभूषण निर्माण में

मरक्यूरिक क्लोराइड (HgCl2)

(i) कीटनाशक के रूप में

(ii) केलोमल बनाने में

मरक्यूरिक ऑक्साइड (HgO)

(i) जहर के रूप में, मलहम बनाने में

अनाद्र मैग्नीशियम क्लोराइड (MgCl2.6H2O)

(i) रूई की सजावट में

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