राजस्थान सामान्य ज्ञान : जनसंख्या

जनसंख्या वितरण एवं घनत्व :-

 राजस्थान में जनसंख्या का वितरण अत्यधिक असमान है। इस असमान वितरण का कारण राज्य की भौगोलिक दशाएँ (उच्चावच, जलवायु, जल उपलब्धता, मृदा उत्पादकता) एवं आर्थिक विकास (कृषि, उद्योग, पशुपालन, सिंचाई, खनिज खनन) के स्तर में भिन्नता है। राज्य में 10 लाख से कम आबादी वाले केवल दो ही जिले हैं – जैसलमेर व प्रतापगढ़। दूसरी ओर 20 लाख से 30 लाख तक आबादी वाले 9 जिले तथा 30 लाख से अधिक आबादी वाले जिलों की संख्या 05 हैं। शेष 17 जिलों की आबादी 10 से 20 लाख के मध्य हैं।

किसी क्षेत्र विशेष में प्रति वर्ग किलोमीटर में व्यक्तियों की संख्या को जनसंख्या घनत्व के नाम से जाना जाता है। राजस्थान का घनत्व देश के घनत्व से काफी नीचे है। वर्ष 1901 में राजस्थान में जनसंख्या घनत्व 30 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. था जो 2001 में 165 एवं 2011 में 200 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. हो गया। ध्यातव्य है कि 1901 में भारत का घनत्व 77 प्रति वर्ग किमी. था जो 2011 में बढ़कर 382 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी. हो गया। 1951 में राजस्थान का जनसंख्या घनत्व 47 व्यक्ति km2 था।

(A) राजस्थान के सर्वाधिक जनसंख्या घनत्व वाले जिले

  1. जयपुर (595)
  2. भरतपुर (503)
  3. दौसा (476)
  4. अलवर (438)
  5. धौलपुर (398)

(B) राजस्थान के न्यूनतम जनसंख्या घनत्व वाले जिले

  1. जैसलमेर (17)
  2. बीकानेर (78)
  3. बाड़मेर (92)
  4. चूरू (147)
  5. जोधपुर (161)

ध्यातव्य है कि राजस्थान के पश्चिमी जिलों में घनत्व कम एवं पूर्वी जिलों में घनत्व अधिकता / सघनता है। राजस्थान में जनसंख्या वितरण एवं घनत्व को प्रभावित करने वाले तत्व निम्नांकित हैं :-

(क) जलवायु व वर्षा की मात्रा

(ख) उच्चावच व भौतिक प्रदेश

(ग) जल की उपलब्धता

(घ) कृषि विस्तार व सिंचाई सुविधा

(ड) खनिज खनन व औद्योगिक विकास

– 100 से कम घनत्व वाले जिले :- 03

– 101 से 200 तक घनत्व वाले जिले :- 12

– 201 से 300 तक घनत्व वाले जिले :- 7

– 301 से 400 तक घनत्व वाले जिले :- 7

– 401 से 500 तक घनत्व वाले जिले :- 2 (अलवर व दौसा)

– 500 से अधिक घनत्व वाले जिले :- 2 (जयपुर व भरतपुर)

लिंगानुपात :- प्रति हजार पुरुषों पर महिलाओं की संख्या। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार राजस्थान में कुल 3,55,50,997 पुरुष एवं 3,29,97,440 महिलाएँ हैं अर्थात प्रति हजार पुरुष पर 928 महिलाएँ हैं। वर्ष 2001 में राजस्थान का लिंगानुपात 921 था। राजस्थान का लिंगानुपात भारत के लिंगानुपात की तुलना में काफी कम है। ज्ञातव्य है कि 2011 में भारत का लिंगानुपात 940 हैं जो 2001 में 933 था। वर्ष 1901 में राजस्थान का लिंगानुपात 905 था जबकि भारत का लिंगानुपात 1901 में 972 था। 1951 में राजस्थान का लिंगानुपात 921 था।

(A) सर्वाधिक लिंगानुपात वाले 5 जिले

  1. डूंगरपुर (994)
  2. राजसमन्द (990)
  3. पाली (987)
  4. प्रतापगढ़ (983)
  5. बाँसवाड़ा (980)

(B) न्यूनतम लिंगानुपात वाले 5 जिले

  1. धौलपुर (846)
  2. जैसलमेर (852)
  3. करौली (861)
  4. भरतपुर (880)
  5. गंगानगर (887)

कम लिंगानुपात के कारण :-

  1. लिंग परीक्षण और भ्रूण हत्या
  2. असाक्षरता
  3. पितृ सत्तात्मक समाज
  4. लड़कों की चाहत में लड़कियों की जन्म पूर्व ही हत्या / समाप्त कर देना।

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