राजस्थान जीके 2023

राजस्थान सामान्य ज्ञान : संत एवं सम्प्रदाय

संत एवं सम्प्रदाय राजस्थान के प्रमुख सम्प्रदाय हिन्दू धर्म राजस्थान प्रदेश का मुख्य धर्म है। हिन्दू धर्म के अंतर्गत विष्णु पूजक अर्थात वैष्णव धर्म में आस्था रखने वाले लोगों की संख्या सर्वाधिक हैं। वैष्णवों के अतिरिक्त शैव एवं शाक्त मतावलम्बी भी प्रदेश में न्यून संख्या में निवास करते हैं। वैष्णव, शैव एवं शाक्त तीनों ही […]

राजस्थान सामान्य ज्ञान : संत एवं सम्प्रदाय Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : वेशभूषा व आभूषण

वेशभूषा (Costumes)   राजस्थान की वेशभूषा में अनेक भेद और प्रकार होते हुए भी सामूहिक रूप से एक ही दृष्टिकोण पर आश्रित है। राजस्थान की वेशभूषा का सांस्कृतिक पक्ष इतना प्रबल है कि सदियां गुजर जाने के बाद भी आज वर्तमान में भी यहां की वेशभूषा अपनी विशेषताओं को यथास्थिर बनाये रखने में सफल रही

राजस्थान सामान्य ज्ञान : वेशभूषा व आभूषण Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : लोक वाद्य

लोक वाद्य सामान्य जन में प्रचलित “वाद्य” यन्त्र को लोक वाद्य कहा जाता है। लोक वाद्यों को सामान्यतः चार प्रकार से जाना जा सकता है : (1) तत् वाद्य (2)   घन वाद्य (3) अवनद्ध वाद्य (4) सुषिर वाद्य घन वाद्य ये वाद्य धातु से निर्मित होते है, जिनको आपस में टकराकर या डण्डे की

राजस्थान सामान्य ज्ञान : लोक वाद्य Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : लोक नृत्य

लोक नृत्य गैर केवल पुरुषों द्वारा किया जाने वाला नृत्य। गैर का मूल शब्द ‘घेर’ है जो घेरे से सम्बन्धित है। मेवाड़ और बाड़मेर क्षेत्र में पुरूष लकड़ी की छड़ियां लेकर गोल घेरे में नृत्य करते हैं यही नृत्य गैर नृत्य के नाम से प्रसिद्ध है। इसे गैर घालना, गैर रमना, गैर खेलना तथा गैर

राजस्थान सामान्य ज्ञान : लोक नृत्य Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : लोक देवी-देवता

लोक देवी-देवता लोक देवियाँ – करणी माता –बीकानेर के राठौड़ शासकों की कुलदेवी। ‘चूहों वाली देवी’ के नाम से विख्यात। जन्म सुआप गाँव के चारण परिवार में। मंदिर : देशनोक (बीकानेर)। करणीजी के काबे : इनके मंदिर के चूहे। यहाँ सफेद चूहे के दर्शन करणजी के दर्शन माने जाते हैं। –  राव जोधा के समय मेहरानगढ़ दुर्ग की

राजस्थान सामान्य ज्ञान : लोक देवी-देवता Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : रीति-रिवाज व प्रथाएँ

रीति-रिवाज व प्रथाएँ – भारत के अन्य प्रदेशों से आकर यहां बसने वाले लोगों के अतिरिक्त यहां की सभी जातियों के रीति-रिवाज मूलतः वैदिक परम्पराओं से संचालित होते आये हैं। – यहां तक कि मुसलमानों तथा भील, मीणा, डामोर, गरासिया, सांसी इत्यादि आदिम जातियां भी हिन्दुओं के रूढ़िगत रीति-रिवाजों से अप्रभावित नहीं हैं। – राजस्थान के हर

राजस्थान सामान्य ज्ञान : रीति-रिवाज व प्रथाएँ Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थानी हस्तकला

राजस्थानी हस्तकला हाथों द्वारा कलात्मक एवं आकर्षक वस्तुओं को बनाना ही हस्तशिल्प (हस्तकला) कहलाता है। राजस्थान में निर्मित हस्तकला की वस्तुएँ न केवल भारत में प्रसिद्धि पा रही है बल्कि विदेशों में भी इन वस्तुओं ने अलग अमिट छाप छोड़ी है। आज भी राजस्थान अपनी हस्तकला के लिए सम्पूर्ण देश में ‘हस्तशिल्पों के आगार’ के

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थानी हस्तकला Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थानी साहित्य एवं संस्कृति

राजस्थानी साहित्य एवं संस्कृति     साहित्य में प्रथम- राजस्थानी की प्राचीनतम रचना भरतेश्वर बाहुबलिघोर (लेखक वज्रसेन सूरि 1168 ई. के लगभग)। भाषा मारू गुर्जर विवरण – भरत और बाहुबलि के बीच हुए युद्ध का वर्णन है। संवतोल्लेख वाली प्रथम राजस्थानी रचना भरत बाहुबलि रास (1184 ई.) में शालिभद्र सूरि द्वारा रचित ग्रंथ भारू गुर्जर भाषा में रचित रास परम्परा

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थानी साहित्य एवं संस्कृति Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थानी बोलियां और उनके क्षेत्र

राजस्थानी बोलियां और उनके क्षेत्र   भारत के सबसे बड़े प्रांत राजस्थान के निवासियों की मातृभाषा राजस्थानी है। भाषा विज्ञान के अनुसार राजस्थानी भारोपीय भाषा परिवार के अन्तर्गत आती है। राजस्थानी भाषा के उद्भव एवं विकास का गौरवमय इतिहास है। राजस्थानी भाषा की उत्पत्ति शौरसेनी के गुर्जर अपभ्रंश से मानी जाती है। कुछ विद्वान इसे

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थानी बोलियां और उनके क्षेत्र Read More »

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थान की जनजातियाँ

राज्य की जनजातियाँ – आदिवासी या जनजाति – ये लोग सभ्यता के प्रभाव से वंचित रहकर अपने प्राकृतिक वातावरण के अनुसार जीवन यापन करते हुए अपनी भाषा, संस्कृति, रहन-सहन आदि को संरक्षित किए हुए हैं। – राजस्थान भारत के 6 जनजाति बहुल राज्यों में से एक हैं। राजस्थान का समूचा दक्षिणी पहाड़ी क्षेत्र एवं दक्षिणी पूर्वी

राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थान की जनजातियाँ Read More »

You cannot copy content of this page