राजस्थान जीके प्रश्न || अध्याय 20. दर्शनीय स्थल एवं निर्माता
16. डूँगरपुर में ‘एडवर्ड समुद्र’ नामक तालाब बनवाया-
(a) दलपत सिंह
(b) उदयसिंह
(c) विजयसिंह
(d) जसवंत सिंह
17. डूँगरपुर की भव्य ‘नौलखा बावड़ी’ किसने बनवाई?
(a) प्रेमल देवी (b) पूजा देवी
(c) सूर्यदेवी (d) शुभ कुँवरी
18. ‘वागड़ की मीरा’ कहाँ जाता है-
(a) मीरा बाई (b) ज्ञान कुँवर
(c) गवरी बाई (d) शबरी देवी
19. दाउदी बोहरा सम्प्रदाय के सैयद फखरुद्दीन की मस्जिद के लिए प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है-
(a) गलियाकोट, डूँगरपुर
(b) सीमलवाड़ा, डूँगरपुर
(c) बेणेश्वर, डूँगरपुर
(d) सागवाड़ा, डूँगरपुर
20. होलिका दहन के दूसरे दिन राड़-रमण का आयोजन किया जाता था-
(a) डूँगरपुर
(b) बाँसवाड़ा
(c) उदयपुर
(d) चित्तौड़गढ़
21. गैब सागर झील का निर्माण करवाया गया-
(a) महारावल शिवसिंह
(b) महारावल गोपालसिंह
(c) महारावल उदयसिंह
(d) महारावल आसकरण
22. पल्लू (हनुमानगढ़) में ब्राह्मणी माता के मंदिर में मेला लगता है-
(a) प्रत्येक माह की शुक्ल तीज
(b) प्रत्येक माह की शुक्ल अष्टमी
(c) प्रत्येक माह की बदी अष्टमी
(d) प्रत्येक माह की अमावस्या
23. हनुमानगढ़ में भद्रकाली मेला लगता है-
(a) चैत्रसुदी अष्टमी एवं नवमी
(b) चैत्रबदी अष्टमी
(c) चैत्र अमावस्या
(d) चैत्र पूर्णिमा
24. सुमेलित कीजिए- पर्यटन स्थल जिला
(अ) देवयानी तीर्थ 1. बूँदी
(ब) पुंजपुर 2. धौलपुर
(स) देवगढ़ हंस 3. डूँगरपुर
(द) नवलखा झील 4. जयपुर
(a) अ-1, ब-2, स-3, द-4
(b) अ-2, ब-3, स-4, द-1
(c) अ-4, ब-3, स-2, द-1
(d) अ-3, ब-4, स-1, द-2
25. ‘दूसरा वृन्दावन’ एवं ‘देश का पेरिस’ कहते हैं-
(a) नाथद्वारा (b) उदयपुर
(c) जयपुर (d) बूँदी
26. पाषाण कालीन अवशेषों के कारण विश्वविख्यात् महासतियों का टीला नाम का स्थल कहाँ स्थित है?
(a) बनेड़ा, भीलवाड़ा
(b) बागोर, भीलवाड़ा
(c) आहड़, उदयपुर
(d) रंगमहल, हनुमानगढ़
27. रूठी रानी का महल कहलाता है-
(a) तारागढ़ दुर्ग, अजमेर
(b) बागोर, भीलवाड़ा
(c) मेहरानगढ़, जोधपुर
(d) धौड़ का यशोदा देवकी पट्ट, भीलवाड़ा
28. ‘सिटी ऑफ बेल्स’ के नाम से प्रसिद्ध है-
(a) झालरापाटन (b) गंगधार
(c) खानपुर (d) मनोहर थाना
29. हाड़ौती का ‘सुरंगा मेला’ कहा जाता है-
(a) गोमतीसागरमेला
(b) चंद्रभागा मेला
(c) गागरोन उर्स
(d) बंगाली बाबा का मेला
30. चौबीस कोसी परिक्रमा प्रसिद्ध है-
(a) मचकुण्ड तीर्थ, धौलपुर
(b) लोहार्गल, झुंझुनूँ
(c) पुष्कर, अजमेर
(d) नन्दिनी माता तीर्थ, बाँसवाड़ा