राजस्थान का प्रशासनिक स्वरूप :-
- देश आजाद होने के समय राज्य में 19 देशी रियासतें 3 ठिकाने व 1 केन्द्रशासित प्रदेश था। तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल को रियासतों को देश में मिलाने का कार्य सौंपा गया और इस प्रकार राज्य के एकीकरण का कार्य 17-18 मार्च 1948 को प्रारम्भ हुआ। जो 7 चरणों में 8 वर्ष 7 माह 14 दिन तक चलने के बाद 1 नवम्बर 1956 को सम्पन्न हुआ।
- पूर्ण एकीकरण के बाद राजस्थान में समय-समय पर विभिन्न जिलों का निर्माण किया गया जो कि निम्न हैं।
- 1 नवम्बर, 1956 को राज्य के एकमात्र केन्द्रशासित प्रदेश अजमेर-मेरवाड़ा को राज्य में मिला लिया गया और इस प्रकार अजमेर राज्य का
26वां जिला बन गया।
राजस्थान के जिले
- राजस्थान अपने वर्तमान स्वरूप में 1 नवंम्बर 1956 (राजस्थान का एकीकरण) को आया। इस समय राजस्थान में कुल 26 जिले थे।
- 26 वां जिला – अजमेर 1 नवंम्बर, 1956
- 27 वां जिला – धौलपुर 15 अप्रैल, 1982, यह भरतपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 28 वां जिला – बांरा 10 अप्रैल, 1991, यह कोटा से अलग होकर नया जिला बना।
- 29 वां जिला – दौसा 10 अप्रैल,1991, यह जयपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 30 वां जिला – राजसंमद 10 अप्रैल, 1991, यह उदयपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 31 वां जिला – हनुमानगढ़ 12 जुलाई, 1994, यह श्री गंगानगर से अलग होकर नया जिला बना।
- 32 वां जिला – करौली 19 जुलाई, 1997, यह सवाई माधोपुर से अलग होकर नया जिला बना।
- 33 वां जिला – प्रतापगढ़ 26 जनवरी,2008, यह तीन जिलों से अलग होकर नया जिला बना।
प्रतापगढ जिला परमेशचन्द कमेटी की सिफारिश पर बनाया गया। प्रतापगढ जिले ने अपना कार्य 1 अप्रैल, 2008 से शुरू किया।
18 वर्तमान जिलों के पुनर्गठन और 19 नये जिलों के गठन के बाद वर्तमान में राजस्थान में 50 जिले हैं।
21 मार्च 2022 को नए जिलों की आवश्यकता का आंकलन करने हेतु सेवानिवृत आईएएस अधिकारी श्री रामलुभाया की अध्यक्षता में ‘रामलुभाया समिति’ का गठन किया गया। समिति की अंतरिम रिपोर्ट के आधार पर राज्य बजट वर्ष 2023-24 के वित्त एवं विनियोग विधेयक पर चर्चा के दौरान 17 मार्च 2023 को मुख्यमंत्री श्री गहलोत ने संवेदनशील, जबावदेह एवं पारदर्शी प्रशासन की प्रतिबद्धता की दिशा में कदम उठाते हुए 19 नए जिलों एवं 3 नए संभागों के गठन की घोषणा की। राज्य सरकार ने नए जिलों के लिए 2000 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
- राज्य में 19 नये जिले अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू, गंगापुरसिटी, जयपुर, जयपुर (ग्रामीण), केकड़ी, जोधपुर, जोधपुर (ग्रामीण), कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, नीम का थाना, फलौदी, सलूम्बर, सांचैर एवं शाहपुरा बनाये गए हैं।
सीकर, पाली एवं बांसवाडा 3 नए संभागों का गठन किया गया है।
अधिसूचना 05 अगस्त 2023 को जारी हुई।
अधिसूचना का गजट में प्रकाशन 06 अगस्त 2023 को हुआ।
7 जुलाई 2023 को राजस्थान के नवगठित जिलों का विधिवत रूप से स्थापना कार्यक्रम आयोजित किया गया।
अधिसूचना 7 अगस्त, 2023 से प्रभावी हुई।