हड़प्पा सभ्यता : प्रमुख स्थल तथा विशेषताएं :
हड़प्पा :
- हड़प्पा पश्चिमी पंजाब प्रान्त के मोंटगोमरी जिले में रावी नदी के बायें तट पर स्थित है।
- हड़प्पा में दो कमरों वाले बैरक भी मिले हैं जो शायद मजदूरों के रहने के लिए थे।
- यहाँ से एक अन्नागार मिला है जो गढ़ी के बाहर निचले शहर में स्थित है।
- यहाँ किले के दक्षिण में एक शवस्थान पाया गया है जिसे पुरातत्वविदों ने आर-37 नाम दिया है।
- ताबूत शवाधान का साक्ष्य यहाँ से मिला है।
- यहाँ से शृंगार बक्सा की प्राप्ति हुई है।
मोहनजोदड़ो :
- मोहनजोदड़ो का शाब्दिक अर्थ ’मुर्द़ों का टीला‘ है।
- मोहनजोदड़ों सिंधु नदी के दाहिने किनारे पर अवस्थित था जो वर्तमान में पाकिस्तान के सिंध प्रान्त के लरकाना जिले में स्थित है।
- मोहनजोदड़ो का सबसे महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्थल ’विशाल स्नानागार’ है।
- इस स्थल से मानव कंकाल (शायद नरसंहार) के साक्ष्य मिले हैं।
- यहाँ से कांसे की नृत्य करती हुई नर्तकी की मूर्ति प्राप्त हुई है। इसका निर्माण द्रवी-मोम विधि से हुआ है।
- मोहनजोदड़ो से प्राप्त मुहर पर एक योगी को ध्यान मुद्रा में एक टांग पर दूसरी टांग डाले बैठा दिया गया है।
- ’सीप से निर्मित स्केल‘ का साक्ष्य भी यहाँ से मिला है।
- हड़प्पा सभ्यता में एक मात्र ’खिड़की का साक्ष्य‘ यहीं से मिला है।
लोथल :
- लोथल, गुजरात के अहमदाबाद जिले में भोगवा नदी के किनारे सरागवाला ग्राम के समीप स्थित है।
- यहाँ से बंदरगाह के प्रमाण प्राप्त हुए हैं।