राजस्थान सामान्य ज्ञान : विद्युत (Electricity)

 

फेराडे का विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के नियम

– जब परिपथ (कुण्डली) से सम्बद्ध फ्लस्क में परिवर्तन होता है, तब उसमें उत्पन्न प्रेरित विद्युत वाहक बल का मान फ्लस्क परिवर्तन की दर से अनुक्रमानुपाती होता है।

विद्युत जनरेटर (Electric Generator)

  • सेलों के अलावा जनरेटर या डायनेमो से भी विद्युत ऊर्जा प्राप्त की जाती है। जनरेटर या डायनेमो का आविष्कार प्रसिद्ध वैज्ञानिक माइकल फैराडे ने किया था।
  • यह फैराडे के विद्युत चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धांत पर कार्य करता है। इसमें शक्तिशाली चुम्बकीय उतरी व दक्षिणी ध्रुवों के मध्य एक कुण्डली को घुमाया जाता है तो विधुत धारा उत्पन्न होती है।
  • मोटर गाड़ियों, मोटर साइकिल, स्कूटर आदि के डायनेमो में कुण्डली इंजन या पहिये से जुड़ी होती है तथा इसी कारण घुमती है, इससे बल्ब जलने लगते है जबकि विद्युत संयंत्र में यह कार्य टरबाइन के पंखों द्वारा किया जाता है जो कि इन पर पानी गिरने से घुमते है। यह दो प्रकार का होता है-
  1. प्रत्यावर्ती धारा जनित्र
  2. दिष्ट धारा जनित्र।

विद्युत मोटर

  • इसमें विद्युत ऊर्जा को यांत्रिक ऊर्जा में बदला जाता है इसका कार्य सिद्धांत चलकुंडली धारामापी के समान होता है। विद्युत मोटर का कार्य जनित्र के विपरीत होता है।

 

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