– दीवड़ा :- डूंगरपुर जिले में दीपावली के दिन से 15 दिन का पखवाड़ा पितृ पूजन के लिये होता है। इसे ‘दीवड़ा’ कहते हैं।
रामदेवजी से जुड़ी रचनाएँ :-
- रामदेवजी का ब्यावला :-पूनमचंद
- श्री रामदेवजी चरित :-ठाकुर रुद्रसिंह तोमर
- श्री रामदेव प्रकाश :-पुरोहित रामसिंह
- रामसापीर अवतार लीला :-ब्राह्मण गौरीदासात्मक
- श्री रामदेवजी री वेलि :-हरजी भाटी।
– कायमखानी मुसलमान गोगाजी को अपना पूर्वज मानते है।
– नकटी माता का मंदिर जयपुर में है।
– भदाणा माता – मूठ पीड़ित का इलाज।
आवरी माता – लकवे का इलाज।
बड़ली माता – शिशुओं का इलाज।
– करौली स्थित लोक देवी कैला देवी के मंदिर का निर्माण शासक गोपालसिंह ने करवाया।
– भाद्रपद शुक्ल छठ को गुर्जर समुदाय दूध को जमाने व बेचने का कार्य नहीं करते हैं।
– ‘धौलागढ़ देवी’ का मंदिर :- अलवर में।