राजस्थान सामान्य ज्ञान : मानव मस्तिष्क

तंत्रिका तंत्र (Nervous System)

  • तंत्रिका तंत्र मस्तिष्क, मेरूरज्जू एवं तंत्रिका कोशिकाओं का बना होता है।
  • मानव मस्तिष्क कपाल अस्थिओं में सुरक्षित रहता है, जिनका औसत भार 1350 gm होता है। इसमें 90% पानी रहता है।
  • मानव मस्तिष्क के तीन भाग होते हैं- प्रमस्तिष्क 2. अनुमस्तिष्क 3. मेडुला-आब्लोगेंटा।
  • प्रमस्तिष्क-मस्तिष्क का सबसे बड़ा भाग होता है। यह स्मरण शक्ति, विचार शक्ति और इच्छा शक्ति का केन्द्र है जो शारीरिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है।
  • अनुमस्तिष्क शरीर का संतुलन तथा पेशीय गति को नियंत्रित करता है।
  • मेडुला-ऑब्लागेंटा शरीर की अनैच्छिक क्रियाओं को नियंत्रित करता है।
  • मेरूरज्जु, मेडुला-ऑब्लागेंटा के नीचे होता है, जिसका मुख्य कार्य प्रतिवर्ती क्रियाओं का संचालन करना है।
  • तंत्रिका तंत्रको तीन भागों में बांटा गया है- केन्द्रीय, परिधीय एवं स्वायत्त तंत्रिका तंत्र।
  • उद्दीपन से मेरूरज्जु तक संवेदना का पहुंचना एवं मेरूरज्जु से पुनः सम्बन्धित अंग तक निर्देश के प्राप्त होने के पक्ष को प्रतिवर्ती चाप कहते हैं।
  • परिधीय (Peripheral) तंत्रिका तंत्र तंत्रिकाओं द्वारा शरीर के सभी भागों एवं अंगों से जुड़ा रहता है। यह तंत्र ऐच्छिक क्रियाएं जैसे- चलना, दौड़ना, बैठना, खाना, पीना आदि सम्पादित करता है।
  • स्वायत्त (Autonomous) तंत्रिका तंत्र शरीर में आवश्यक क्रियाओं का संचालन करता है। यह पूर्णतः अनैच्छिक क्रियाओं जैसे आंखों की पुतली का फैलना, लार का बनना, हृदय का धड़कना, श्वसन, पांचन तथा उत्सर्जन आदि पर नियंत्रण रखता है।

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You cannot copy content of this page