राजस्थान सामान्य ज्ञान : राजस्थान परिवहन

 

 

रेल परिवहन

  • मार्च, 2016 में राज्य में रेल मार्गो की कुल लम्बाई 5,893 किमी. थी, जो कि मार्च, 2018 के अन्त तक 5,929 किमी. हो गई।
  • राज्य में भारतीय रेल मार्ग का 8.66 प्रतिशत रेलमार्ग की लम्बाई है।
  • भारत में रेलमार्गों का निर्माण 1850 ई. में तत्कालीन वॉयसराय लार्ड डलहौजी के कार्यकाल में आरम्भ हुआ तथा रेल सेवा का प्रारम्भ 16 अपैल 1853 ई. को महाराष्ट्र के बोरीबंदर (मुंबई) से थाणे के मध्य (33.81 कि.मी.) हुआ।
  • भारतीय रेल प्रणाली एशिया की सबसे बड़ी रेल प्रणाली है।
  • उत्तर प्रदेश के पश्चात् राजस्थान देश में रेलमार्गों की सर्वाधिक लम्बाई वाला राज्य है।
  • इसमें  81.77% ब्रॉड गेज, 16.9% मीटर गेज तथा 1.33%नैरोगेज रेलमार्ग शामिल है।
  • भारत में रेलवे को 17 जोन व 67 मण्डलों में बाँटा गया है। इसमें से पाँच जोन एवं नौ मंडलों का कार्यक्षेत्र राजस्थान में पड़ता है। इसमें से 1 अपैल, 2003 को गठित नवीन जोन उत्तर-पश्चिम रेलवे(NWR) का मुख्यालय जयपुर में है।
  • राज्य में रेलमार्गें का घनत्व 17.16 कि.मी प्रति हजार वर्ग कि.मी.है।
  • राज्य में ‘भारतीय रेल अनुसंधान व परीक्षण केन्द्र’ का निर्माण पचपदरा (बाड़मेर) में किया जायेगा, जिसमें तेजगति (180 कि.मी. प्रति घंटा) से चलने वाली ट्रेनों का परीक्षण किया जायेगा। यहाँ से बालोतरा तक 27.5 कि.मी. का आधुनिक रेलमार्ग बनाया जा रहा है।
  • भारत का सबसे बड़ा रेलवे मॉडल कक्ष उदयपुर में है।
  • राजस्थान का नवीनतम रेलमार्ग मदार (अजमेर)-पुष्कर के मध्य 23 जनवरी, 2012 को प्रारम्भ हो गया है।
  • राजस्थान में सर्वाधिक लम्बाई ब्रॉड गेज रेलामार्गें की है।
  • राज्य में एकमात्र नैरो गेज रेलमार्ग वाला जिला धौलपुर है। (86.76)
  • राजस्थान में पहली रेल आगरा फोर्ट से बांदीकुई (जयपुर रियासत) के मध्य अपेल, 1874 में चली।
  • राजस्थान की दूसरी तथा मारवाड़ में पहली रेल 24 जून, 1882 को पाली से मारवाड़ जंक्शन के बीच चली।

जयपुर मेट्रो रेल परियोजना

  • जयपुर मेट्रो के प्रथम चरण का शिलान्यास 24 फरवरी, 2011 ई. को हुआ। इसमें प्रथम चरण में चाँदपोल से मानसरोवर तक चलाई जा रही है।
  • जयपुर में मेट्रो परियोजना के लिए ‘जयपुर मेट्रो रेल कॉरपोरेशन’(JMRC) का गठन 1 जनवरी, 2010 को किया गया है।
  •  प्रथम चरण में अजमेर पुलिया से सोडाला तक दोहरा एलिवेलेट ट्रेक का निर्माण किया गया है। यह ट्रेक देश का पहला और एशिया का दूसरा ट्रैक होगा जहाँ जमीन से ऊपर एलीवेटेड रोड और उसके ऊपर ही गुजरती मेट्रो रेल (Double Elevated Structure) होगी। थाइलैंड की राजधानी बैंकाक में एशिया का ऐसा पहला थ्री डेक ट्रेक है।
  • जयपुर मेट्रो रेल प्रणाली भारती की छठी मेट्रो रेल प्रणाली (कोलकाता, दिल्ली, बैंगलुरू, मुम्बई, गुरूग्राम के बाद है।)
  • मानवरोवर से चाँदपोल तक (चरण IA) मेट्रो रेल का संचालन 3 जून, 2015 से प्रारम्भ कर दिया गया है।
  • “ग्रीन एनर्जी’ मिशन के तहत जयपुर मेट्रो के मानसरोवर डिपो पर 100 KWP क्षमता का सोलर प्लांट स्थापित किया गया  है।
  • डिजिटल इंडिया मिशन के तहत जयपुर मेट्रो में यात्रियों की सुविधा हेतु स्वचालित टिकिट वेन्डिंग मशीन (टीवीएम) एवं स्मार्ट कार्ड का प्रावधान किया गया है।
  • ‘बिजली बचाओ देश बचाओं’ अभियान के तहत 12,800 एलईडी लाइट्स जयपुर मेट्रो के 9 किमी. लम्बे एलीवेटेड मार्ग पर लगाई गई है। यह भारत के किसी भी रेलवे नेटवर्क पर बनी सबसे लंबी एलईडी स्काई लाईन है।
  • ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ मिशन के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जयपुर मेट्रो के श्याम नगर मेट्रो स्टेशन को एक महिला शक्ति रेलवे स्टेशन के रूप में विकसित किया गया है, जहाँ सभी मेट्रोकर्मी महिलाएँ है।

राजस्थान में स्थित रेलवे उपक्रम :

  • सिमको वैगन फैक्ट्री (1957), भरतपुर (Central India Machinery Manufacturing Company) अक्टूबर, 2008 में पुनः प्रारम्भ किया गया है।
  • पश्चिमी रेलवे क्षेत्रीय प्रशिक्षण केन्द्र, उदयपुर (1965)।
  • अजमेर लोकोमेटिव कारखाना (1895)।
  • भारतीय रेल अनुसंधान एवं परीक्षण केन्द्र – पचपद्रा (बाड़मेर) निर्माणाधीन। यहाँ तेज गति (180 किमी. प्रति घंटा) से चलने वाली ट्रेनों का परीक्षण किया जाएगा।
  • पहली रेल बस : 2 अक्टूबर, 1994 को मेड़ता रोड़ से मेड़ता सिटी के बीच प्रारम्भ की गई।
  • राजस्थान में छोटी लाइन (नैरोगेज– केवल धौलपुर जिले में है।
  1. धौलपुर से तांतपुर (आगरा-उत्तरप्रदेश)   2. धौलपुर से सरमथुरा।
  • राज्य में बांसवाड़ा और प्रतापगढ़ जिले ही ऐसे हैं जहां कोई रेलमार्ग नहीं है।
  • राजस्थान में वर्तमान में दो गरीब रथ चले रहे हैं- 1. जयपुर से बान्द्रा (2007) 2. जयपुर से चंढ़ीगढ़ वाया-भिवानी, रेवाड़ी (हफ्ते में तीन दिन)।
  • फेयरी क्वीन (1835), विश्व का सबसे पुराना रेलवे इंजन जो वर्तमान में परिचालन में है। यह दिल्ली से अलवर के बीच विशेष पर्यटन उत्सवों पर चलता है।
  • पैलेस ऑन व्हीलस सन् 1982 में मीटर गेज पर प्रारम्भ जो 1995 से ब्रॉड गेज।
  • हैरीटेज ऑन व्हीलसफरवरी, 2006 में जयपुर से बीकानेर वाया-सीकर, झुन्झुनूं, चूरू।
  • विलेज ऑन व्हीलसस्वदेशी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए पैलेस ऑन व्हीलस की तर्ज पर 29 नवम्बर, 2004 को प्रारम्भ की गई।
  • राजस्थान रॉयल्स सन् 2009 में प्रारम्भ।
  • थार एक्सप्रेस17 फरवरी, 2006 को मुनाबाव से खोखरापार के बीच चलाई गई।
  • एशिया का सबसे बड़ा मीटर गेज रेलवे यार्ड फुलेरा में स्थित है।
  • रेल बाबा किशनलाल सोनी (बूंदी) को कहा जाता है।
  • राजस्थान में 11 अगस्त 1879 को अजमेर में लोको कारखाना स्थापित में तैयार होकर पहला इंजन 1895 में बना।
  • राजस्थान में पहली डबल डेकर ए.सी. ट्रेन (यात्री गाड़ी), जयपुर से दिल्ली के बीच चलाई जा रही है।
  • देश की पहली डबल स्टैक कंटेनर ट्रेन (मालगाड़ी) का शुभारम्भ कनकपुरा (जयपुर) से पीपावाव पोर्ट (गुजरात) के बीच हुआ।
  • मोनो रेल राज्य के छः शहरों-जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर, अजमेर, उदयपुर में मलेशिया के सहयोग से चलाई जाने का प्रस्ताव है।
  • अजमेर के दौराई में रेल्वे प्रशासन के द्वारा सबसे बड़ा रेल कन्टेनर डिपो बनाया गया।
  • भवानी मंडी रेलवे स्टेशन राज्य का एकमात्र ऐसा रेल्वे स्टेशन है जो आधा राजस्थान में व आधा मध्यप्रदेश में है।
  • राज्य में प्रतापगढ़ ही ऐसा जिला रह जायेगा जो रेल मार्ग से जुड़ा हुआ नहीं है। क्योंकि रतलाम, बांसवाड़ा, डूंगरपुर रेलवे लाइन बनने की घोषणा होने से बांसवाड़ा जिला रेलमार्ग से जुड़ गया है।

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