दिल्ली–मुम्बई औद्योगिक गलियारा :-
- दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक गलियारा 90 बिलियन यूएस डॉलर की एक महत्वाकांक्षी मेगा ढाँचागत परियोजना (Mega Infrastructure Project) है जो जापान की वित्तीय व तकनीकी सहायता से क्रियान्वित की जा रही है।
- इसके तहत् भारत की राजनीतिक राजधानी दिल्ली व व्यावसायिक राजधानी मुम्बई के मध्य 1483 किमी. लम्बा कॉरिडोर बनाया जा रहा है।
- यह कॉरिडोर मुम्बई के जवाहरलाल नेहरू पोर्ट को दादरी (उत्तर प्रदेश) से जोड़ता है।
- इसकी कुल लम्बाई का 39 प्रतिशत राजस्थान से तथा 38 प्रतिशत भाग गुजरात से गुजरेगा।
- राजस्थान में दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रीयल कॉरिडॉर परियोजना को आवश्यक गति प्रदान करने व औद्योगिकीकरण एवं बुनियादी ढाँचा अपग्रेड करने के लिए फरवरी, 2014 में राज्य सरकार द्वारा पृथक से डी.एम.आई.सी. विभाग स्थापित किया गया।
- राजस्थान में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडॉर (DMIC) की कुल लम्बाई 576 किमी. है। यह हिस्सा राजस्थान के 7 जिलों-अलवर, सीकर, नागौर, जयपुर, अजमेर, पाली व सिरोही से होकर गुजरेगा।
- डीएमआईसी कॉरिडोर के विकास की परिधि में 22 जिले सम्मिलित हैं। इस क्षेत्र में 5 नोड्स विकसित किए जाएँगे जिनमें 2 इन्वेस्टमेंट रीजन व तीन औद्योगिक क्षेत्र हैं।
- प्रथम चरण में खुशखेड़ा-भिवाड़ी-नीमराना इन्वेस्टमेंट रीजन व जोधपुर-पाली-मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र का विकास किया जाएगा।
- योजना के तहत् राज्य में चयनित 5 नोड्स में मुख्य रूप से निम्न विकास कार्य किए जाएँगे-
- खुशाखेड़ा–भिवाड़ी–नीमराणा इंवेस्टमेंट रीजनः
- यह रीजन दिल्ली NCR का भाग है तथा NH-8 के नजदीक है। यहाँ इंटीग्रेटेड टाउनशिप विकसित होगी।
- शाहजहाँपुर-नीमराणा-बहरोड़ में क्षेत्र में ग्लोबल सिटी विकसित होगी।
- एयरोट्रॉपॉलिस हवाई अड्डे का निर्माणः NH-8 के पास पालड़ी, मनोहरपुर में नये अंतर्राष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का निर्माण होगा।
- दिल्ली-मानेसर-नीमराना के मध्य क्षेत्रीय मेट्रो रेल ट्रांजिट सिस्टम (MRTS) का विकास होगा।
- ग्लोबल सिटी को भिवाड़ी-टपूकड़ा औद्योगिक कॉम्पलेक्स से जोड़ने हेतु सेंट्रल स्पाइन का निर्माण होगा।
- नॉलेज सिटी परियोजना :- इस परियोजना में खुशखेड़ा-भिवाड़ी-नीमराना निवेश क्षेत्र का कुछ भाग नॉलेज सिटी के रूप में विकसित किया जाना प्रस्तावित है।
- जयपुर–दौसा औद्योगिक क्षेत्र :–
- इसके तहत् सिकन्दरा में ग्रोथ पोल का विकास किया जाएगा। जयपुर-भरतपुर-आगरा के बीच ब्रॉडगेज का निर्माण किया जा रहा है तथा एग्रो फूड प्रोसेसिंग जोन भी बनाया जाना प्रस्तावित है।
- अजमेर–किशनगढ़ इन्वेस्टमेंट रीजन :–
- किशनगढ़ में टेक्सटाइल पार्क और लॉजिस्टिक पार्क का विकास किया जाना प्रस्तावित है।
- राजसमंद–भीलवाड़ा–औद्योगिक क्षेत्र :–
- उदयपुर एयरपोर्ट को और हाइटेक किया जा रहा है।
- जोधपुर–पाली–मारवाड़ औद्योगिक क्षेत्र :-
- इसके तहत् पाली में टेक्सटाइल पार्क तथा औद्योगिक क्षेत्र में एग्रोफूड प्रोसेसिंग जोन का निर्माण किया जायेगा।
- जोधपुर हवाई अड्डे को अत्याधुनिक बनाया जाएगा तथा मारवाड़-जंक्शन पर इनलैण्ड कंटेनर डिपो विकसित होगा।
- पाली-सोजत बाईपास का निर्माण।
- जोधपुर को मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक हब बनाया जाना प्रस्तावित है।
- जोधपुर को पाली से जोड़ने के लिए एक मास रेपिड ट्रांजिट सिस्टम का भी विकास किया जाना है।