दुर्ग, महल, बावड़ियाँ, देवल एवं छतरियाँ
किले
- दुर्ग – दुः+ग (जहाँ गमन करना दुर्गम हो।)
- मनुस्मृति में सर्वप्रथम दुर्गोंका वर्गीकरण उपलब्ध होता है।
- कौटिल्य व मनु नेगिरी दुर्ग को सर्वश्रेष्ठ बताया है।
- राजस्थान के दुर्ग़ों को प्रमुखतः निम्न प्रकार वर्गीकृत किया जा सकता है-
- गिरि दुर्ग -वह दुर्ग जो किसी उच्च गिरि या पर्वत पर अवस्थित हो तथा जिसके चारों ओर पर्वत श्रेणियाँ हों।
- जल दुर्ग -जिसके चारों तरफ बहुत दूर तक फैली हुई जलराशि हो, उसे जल दुर्ग कहते हैं।
- धान्वन दुर्ग -वह दुर्ग जो मरूस्थल में बना हो उसके इर्द-गिर्द झाड़-झंखाड़ तथा ऊबड़-खाबड़ भूमि हो धान्वन दुर्ग कहलाता है।
- स्थल दुर्ग -खंडों या ईंटों से समतल भूमि पर निर्मित दुर्ग स्थल दुर्ग कहलाता है।
- वन दुर्ग -वह दुर्ग जो चारों ओर से वनों से घिरा हो वन दुर्ग की श्रेणी में आता है।
- पारिख दुर्ग -जिस दुर्ग के चारों तरफ खाई बनी हो। पारिख दुर्ग कहलाता है।
जिला | दुर्ग |
· हनुमानगढ़ | भटनेर का किला |
· श्रीगंगानगर | सोढल दुर्ग (सुरतगढ़) |
· बीकानेर | जूनागढ़ का किला, पूगल |
· जैसलमेर | स्वर्णगिरि किला, पोकरण |
· बाड़मेर | सिवाणा, किलोणगढ़, कोटडा, जैना, हापाकोटा |
· जालौर | सुवर्णगिरि, भाद्रजून |
· सिरोही | अचलगढ़, बसन्तगढ़ |
· उदयपुर | सराडा, सज्जनगढ़ |
· डूँगरपुर | गलियाकोट |
· प्रतापगढ़ | माचीया साहिबा |
· चित्तौड़गढ़ | चित्तौड़ का किला, भैंसरोड़गढ़, कन्नौज |
· भीलवाड़ा | मांड़लगढ़, अमरगढ़, हम्मीरगढ़, बनैड़ा |
· अजमेर | तारागढ़, मैग्जीन, टॉडगढ़, केहरीगढ़ |
· जयपुर | जयगढ़, नाहरगढ़, आमेर, चौमू |
· टोंक | अमीरगढ़, असीरगढ़, चौबूजा, काकोड़ा |
· बूँदी | तारागढ़, इन्द्रगढ़ |
· कोटा | कोटा दुर्ग |
· झालावाड़ | गागरोण, मनोहर थाना |
· बारां | शेरगढ़, शाहबाद का किला |
· सवाई माधोपुर | रणथम्भौर, झाइन, खण्डार, शिवाड़ |
· करौली | तिमनगढ़, ऊँट गिरि, मंडरायल |
· धौलपुर | शेरगढ़, अफगान, बाड़ी का किला |
· भरतपुर | लोहागढ़, बयाना, वैर |
· अलवर | बालाथल, कांकणवाड़ी, नीमराणा, तिजारा, कैसरोली, इन्दौर |
· सीकर | लक्ष्मणगढ़, फतेहगढ़, रामगढ़ |
· झुन्झुनूँ | बिसाऊ, महनसर, नवलगढ़, पिलानी |
· चुरू | चुरू का किला |
· नागौर | अहिच्छत्रपुर, मेड़ता, कुचामन |
· जोधपुर | मेहरानगढ़, मंडोर |
· पाली | सोहत, बाली |
· राजसमन्द | कुम्भलगढ़ |