बून्दी
- बून्दी में सार्वजनिक चेतना के लक्षण 1922 ई. में परिलक्षित हुए। पथिक जी द्वारा बरड़ आन्दोलन को समर्थन देने से नई राजनीतिक चेतना का संचार हुआ।
- पथिक जी ने रामनारायण चौधरी के साथ मिलकर, कर वृद्धि व बेगार प्रथा के विरूद्ध आन्दोलन छेड़ा। बून्दी प्रजामण्डल की स्थापना का श्रेय कांतिलाल को जाता है। प्रजामण्डल ने प्रशासनिक सुधारों की मांग तेज कर दी।
- 1937 ई. में प्रजा मंडल के अध्यक्ष ऋषि दत्त मेहता बंदी बनाकर अजमेर भेज दिये गये। उनकी अनुपस्थिति में बृजसुन्दर शर्मा ने नेतृत्व संभाला। प्रजामण्डल गैर कानूनी घोषित कर दिया गया।
- मेहता जी ने 1944 ई. में अपनी रिहाई के बाद बून्दी राज्य लोक परिषद् की स्थापना की, जिसे कुछ समय बाद मान्यता प्राप्त हो गई। महाराव ने बदलती परिस्थितियों को भांपते हुए संविधान निर्मात्री सभा का गठन किया, जिसमें प्रजा मंडल के सदस्य मनोनीत किये गये। नवनिर्मित संविधान पारित होने से पूर्व ही बून्दी राजस्थान में विलीन हो गया।
झालावाड़
- कोटा और बून्दी राज्यों में स्थापित हाड़ौती मण्डल ने झालावाड़ राज्य में भी जागृति का लक्ष्य रखा। कोटा का नयनू राम अक्सर अपने पत्थर के व्यवसाय के सम्बन्ध में झालावाड़ आता जाता था, जहाँ उसने लोगों में जागृति का बीड़ा उठाया। छावनी में स्थित हरिजन स्कूल के रामचन्द से वह प्रायः मिलता रहा।
- मांगीलाल भव्य, तनसुखलाल मित्तल, मदन गोपाल जी, राम निवास आदि ने हाड़ौती मण्डल की गतिविधियों का झालावाड़ में कुशलता से संचालन कर सार्वजनिक चेतना का कार्य किया। उनकी गतिविधियों से प्रभावित होकर और राजस्थान में बदलती हुई परिस्थितियों के कारण 1946 में झालावाड़ के नरेश ने अपने राज्य में संवैधानिक सुधारों की घोषणा की।
- एच. जे. मंगलानी के अनुसार – “झालावाड़ नरेश द्वारा अपने राज्य में सुधारों की घोषणा करना प्रजातंत्रीय व्यवस्था की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास था।“
क्र.स. | प्रजामण्डल | स्थापना | अध्यक्ष व गठन | तथ्य | |
1. | झालावाड़ प्रजामण्डल | 25 नवम्बर 1946 | संस्थापक अध्यक्ष – मांगी लाल भव्य | इस प्रजामण्डल को राजघराने का समर्थन था। | |
2. | प्रतापगढ़ प्रजामण्डल | 1945 | चुन्नीलाल व अमृतलाल द्वारा गठित | ||
3. | बांसवाड़ा प्रजामण्डल | 1943 | भूपेन्द्रनाथ त्रिवेदी हरिदेव जोशी | ||
4. | डूँगरपुर प्रजामण्डल | 1 अगस्त 1944 | भोगीलाल पांड्या | इस प्रजामण्डल में जनता में जाग्रति उत्पन्न करने हेतु प्रयाण सभाएं बनाई | |
5. | कुशलगढ़ प्रजामण्डल | अप्रैल 1942 | अध्यक्ष – भंवरलाल निगम गठन – कन्हैयालाल सेठिया | ||
6. | जैसलमेर प्रजामण्डल | 15 दिसम्बर 1945 | अध्यक्ष – मीठालाल व्यास | मीठालाल व जयनारायण व्यस द्वारा जोधपुर में गठीत। | |
7. | जयपुर प्रजामण्डल | 1931 | अध्यक्ष कर्पूरचन्द पाटनी 1936-37 में चिरंजीलाल मिश्र की अध्यक्षता में पुनर्गठित | 1938 में जमलनालाल बजाज अध्यक्ष बने जेंटलमेंट समझौते के बाद इस प्रजामाण्डल ने भारत छोड़ाे आन्दोलन 1942 में भाग नहीं लिया यह राजस्थान का प्रथम प्रजामण्डल था। हरिशचन्द्र ने 1942 में आजाद मौर्चें का गठन किया।
| |
8. | बुंदी प्रजामण्डल | 1931 | कांतिलाल चौथानी | ||
9. | मारवाड़ प्रजामण्डल | 1934 | स्थापना – जयनारायण व्यास ने जोधपुर की अध्यक्ष – भंवरलाल सर्राफ | 1938 में रणछोड़दास गट्टानी की अध्यक्षता में मारवाड़ लोक परिषद का गठन हुआ। 19 जून 1942 में बालमुकन्द बिस्सा की भूख हड़ताल के कारण मृत्यु। | |
10. | हाड़ौती प्रजामण्डल | 1934 | नयनूराम शर्मा | 1938 में नयनूराम शर्मा व अभिन्न हरि द्वारा गठित कोटा प्रजामण्डल गठित। | |
11. | धौलपुर प्रजामण्डल | 1936 | कृष्ण दत्त पालीवाल, ज्वाला प्रसाद जिज्ञासु | 1934 में ज्वाला प्रसाद जिज्ञासु व जौहरी लाल इन्दु ने धौलपुर में नागरी प्रचारणी सभा स्थापित की। | |
12. | बीकानेर प्रजामण्डल | 4 अक्टूबर 1936 | अध्यक्ष – मघाराम वैद्य व श्री लक्ष्मण दास स्वामी द्वारा गठित | एक मात्र प्रजामण्डल जिसकी स्थापना राजस्थान के बाहर कलकत्ता में हुई 1943 में रघुवरदास द्वारा बीकानेर राज्य परिषद का गठन हुआ। | |
13. | मेवाड़ प्रजामण्डल | 24 अप्रैल 1938 | संस्थापक – माणिक्यलापल वर्मा अध्यक्ष – बलवंत सिंह मेहता उपाध्यक्ष – भूरेलाल बया | 1941 में मेवाड़ प्रजामण्डल का प्रथम अधिवेशन उदयपुर की शाहपुरा हवेली में माणक्यलाल वर्मा की अध्यक्षता में हुआ। जे.बी. कृपलानी व विजयालक्ष्मी पण्डित ने भाग लिया भूरे लाल बया को सराडा किला (मेवाड़ का काला पानी) में कैद किया गया। | |
14. | अलवर प्रजामण्डल | 1938 | हरिमोहन शर्मा व कुंज बिहारी | 1939 में इसके रजिस्ट्रेशन के बाद सरदार नत्थमल इसके अध्यक्ष बनें। | |
15. | भरतपुर प्रजामण्डल | 1938 | गठन किशनलाल जोशी अध्यक्ष गोपीलाल यादव | ||
16. | शाहपुरा प्रजामण्डल | 18 अप्रैल 1938 | रमेश दत्त औझा, लाधुराम व्यास | शाहपुरा प्रथम रियासत थी जिसने उत्तरदायी शासन की स्थापना की। | |
17. | सिरोही प्रजामण्डल | 23 जनवरी 1939 | गोकुल भाई सिरोही में गठित किया | ||
18. | करौली प्रजामण्डल | अप्रैल 1939 | त्रिलोक चंद माथुर व चिरंजिलाल शर्मा | ||
19. | किशनगढ़ प्रजामण्डल | 1939 | गठन कांतिलाल चौथानी अध्यक्ष – जमाल शाह | ||