मत्स्य उद्योग के उपउत्पाद(By Products of Fishing Industries)
- Isin Glass – ये काँच कुछ मछलीयों जैसे Cat fishes और कार्य के air bladder या swim bladder से तैयार किए जाते हैं। ये क्वालिटी के collagen के बने होते हैं। ये glass प्रायः रूस में तैयार किए जाते हैं।
- Fish Oil (मछली का तेल)– सालमन और हेरिंग से Dry Oil प्राप्त किया जाता है।
– कार्य से Semi Dry oil प्राप्त किया जाता है।
– Fish Liver Oil में Vit. A D E C होते हैं।
- Fish Meal– ये Fish Oil के अपशिष्ट पदार्थों से तैयार किए जाते हैं। कॉड उद्योग के अपशिष्ट पदार्थ को White Fish Meal कहते हैं। इसमें कैल्शियम (5.36%) फॉस्फोलिपिड्स (3.42%) और आयोडीन होता है। ये अवयस्क जानवरों के लिए अति पोषक भोजन है।
- Fish Protein– ये प्रायः Ice-Cream, फारमेसिटिकल्स पेन्टस वार्निश textile कागज एवं सौन्दर्य प्रसाधनों के निर्माण में काम आता है।
- Fish Flour (मछली का आटा)– ये बहुत पोषक भोजन के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसे विलायक निष्कर्षण विधि (Solvent retraction process) द्वारा बनाया जाता है। इसे 3-4 महीने का शिशु भी आसानी से पचा सकता है।
- Fish Fins (मछली के पंख)– इससे soups का निर्माण किया जाता है। इसे धोकर लकड़ी के बुरादे व चूने की मदद से चमकदार पदार्थ का निर्माण किया जाता है।
- Fish Skin –कुछ मछलियों जैसे शार्क, (Rays) की चमड़ी का इस्तेमाल card cases jewel boxes, scab boards आदि बनाने में किया जाता है।
– कुछ मछलियों की चमड़ी जैसे सालमन से Leather (चमड़ा) भी तैयार किया जाता है।
पॉल्ट्री (Poultry)
- Poultry शब्द का प्रयोग उन पक्षियों के लिए किया जाता है, जिन्हें आर्थिक उद्देश्य के लिए प्रजनित (Breed) करवाया जाता है।
- इसमें बतखे, गीज, टर्की, गिनिया, मुर्गे (Guinea fowls) पी फाउल्स (Pea fowls), कबूतर, क्वेल्स (Quails), पाट्रीजेज (Partridges) आदि को मांस व अंडों के लिए पाला जाता है।
- पॉल्ट्री और पॉल्ट्री उत्पाद अच्छे स्वास्थ्य के लिए वसा और प्रोटीन से भरपूर होते हैं।
- हमारे देश में Poultry में मुख्य रूप से मांस और अण्डों के लिए मुर्गीयों को पाला जाता है।
- भारत Poltry farming में विश्व में छठा स्थान रखता है।
- भारत में हरेक व्यक्ति 19 अण्डे और 20 ग्राम मीट का वार्षिक उपभोग करते हैं जबकि ICMR (Indian concil for medical research) की Nutritional advisory committee के द्वारा 300 अण्डे/वर्ष/व्यक्ति और 180 ग्राम मांस/दिन/व्यक्ति को recommend किया जाता गया है।
Poltry Farming
- पॉल्ट्री बर्ड्स (poultry birds) विस्तृत वातावरणीय परिस्थितियों में आसानी से दशानुकूलित हो जाती हैं।
- इनकी प्रजनन दर अधिक और जीवन चक्र कम होता है।
- इनके उत्पाद धन का अच्छा स्त्रोत होते हैं। भारतीय नस्लें 60 अण्डे/वर्ष का उत्पादन करती हैं जबकि विदेशज किस्में 270 अण्डे/वर्ष देती हैं।
- दूसरे कार्यों की अपेक्षा poultry farming ज्यादा लाभकारी है, क्योंकि –
– इससे Return जल्दी मिलता है।
– कम जगह चाहिए होती है।
– व्यवस्था (manage) करना आसान है।
- Poultry birds को सूखी आरामदायक और अच्छे ventillation वाले पिंजरों में रखा जाता है।
- पृथक कक्ष या कर्म्पाटमेंट्स विभिन्न आयु समूहों की चिड़ियाओं के लिए बनाए जाते हैं।
- Floor housing अत्यधिक सामान्य (more common) होती है।
- फर्श को भूसे और घास-पुआल से ढका जाता है।
- अच्छी निकास व्यवस्था के साथ farm चूहों से मुक्त (rat proof) होता है।
- Poultry birds के भोजन में दालें, बाजरा, ऑयल केक, मछली और मांस, खनिज और हरी सब्जियां शामिल होती हैं।
- मुर्गियां 6 माह की आयु में अण्डे देना शुरू करती है।
- सर्दियों में अण्डों की संख्या गर्मियों की अपेक्षा अधिक होती है।
- अधिकांश मुर्गियाँ फरवरी से अण्डे देना प्रारम्भ करती है व यह क्रम अगस्त तक जारी रहता है। अण्डों से चूजे प्राप्त करने हेतु सर्वाधिक उपयुक्त समय मानसून काल माना जाता है।
- घरेलू मुर्गों (Gallus gallus) को निम्नलिखित में वर्गीकृत किया जा सकता हैं-
भारतीय (देशी) किस्में (Indians breeds) – Aseel, Ghagus, Karaknath, Brahma, Bursa, Black Bengal, Tellichery etc.
– Aseel is the best edible bird.
– Poultry birds जो केवल मांस के लिए पाली जाती है उन्हें- Broilers (प्लीमॉथ रॉक्स) कहते हैं।
– Poultry birds जो मुख्यतः अण्डों के लिये पाले जाते हैं उन्हें Layers कहा जाता है।
– भारतीय किस्में धीमे वृद्धि करने वाली और कम अण्डे देने वाली (60 eggs/year) होती है।
विदेशज किस्में (Exotic breeds) – White leghorn, Rhode island red, Plymoth rock, New Hampshire, Sussex, Australorp, minorca etc.
– HH260 एक वर्ष में 260 से अधिक अण्डे देती है। इसकी मृत्यु दर भी कम है।
– ब्रॉयलर (Broilers) जिसमें पोषक तत्व ज्यादा होते हैं, उन्हें क्रॉस संकरण (Heterosis) द्वारा उत्पन्न किया जाता है।
बतख (Duck – Anas) – बतखें भारत के दक्षिण व पूर्वी क्षैत्रों में बहुतायत से पाई जाती हैं।इनकी करीब 20 किस्में होती हैं।
सामान्य भारतीय किस्में – India runner और Syhlet meta.
विदेशज किस्में – Campball, Pekin, Muscori और Ayleshbury.
Geese (Anser) – दो सामान्य वैरायटी है –
(i) Brown (भूरी)
(ii) White (सफेद)