राजस्थान सामान्य ज्ञान : जन्तुओं एवं पादपों का आर्थिक महत्व

 

धागाकरण तथा कताई (Reeling and spinning)

मृत कोकून से रेशम का धागा निकालने की क्रिया को रीलिंग कहते हैं। (Post-cocoon processing)

Disease of silk worm

  • Maggot disease : caused by Tricholyga sorbillans.
  • Pebrine : Caused by Nosema bombycis.
  • Polyhedrosis : Caused by viruses.
  • Flacherie : Caused by certains viruses and bacteria.
  • Green muscardine : Fungal disease of silk worms.
  • Central sericulture station : Berhampore (W.B.)
  • Central research & training institute (Mysore)

मत्स्य उद्योग (Fisheries)

  • मछली और दूसरे जलीय प्राणियों को भोजन के लिए जो प्रोटीन एवं विटामिन A व D से भरपूर होता है, पाला और पकड़ा जाता है।
  • मतस्य पालन (Pisciculture) मछलियों का पालन और रखरखाव है।
  • कल्चर मछली पालन में टैंक व तालाबों में मछलियों को पाला जाता है।
  • Capture fishery में मछलियों को बिना पाले पकड़ा जाता है।
  • भारत में प्रति व्यक्ति मछली का उपभोग 52 kg/year है।
  • भारत समुद्री भोजन उत्पादन में विश्व में छठा स्थान रखता है।

भारतीय जातियाँ –

  1. लेबियो रोहिता (रोहू) – सबसे प्रचलित कार्प
  2. लेबियो कालबासु (कालबासु)
  3. कटला कटला (कतला)
  4. वेलेगो अहू (मल्ली)
  5. क्लेरियस बेट्रेक्स (मगर)
  6. मिस्टस सिंघाला (सिघाड़ा)
  7. हेटेरोप्न्यूस्ट्स हेटेरोप्न्यूस्ट्स (सिंघी)

विदेशज किस्में

  1. साइप्रिनस कारपिओ
  2. टीनोफेरिजियोडोन आइडेला (grass carp)
  3. हाइपोर्थेल्मिक्थीज मेलिट्रिक्स (चाइनीज कार्प)
  4. ओस्फ्रोनीमस गोरेमी
  5. तिलापिया मोजेम्बिका

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